बिजली मीटर में एमडी क्या होता है What is MD in electricity meter hindi - technicalproblem(india)

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बुधवार, 21 सितंबर 2022

बिजली मीटर में एमडी क्या होता है What is MD in electricity meter hindi

 बिजली मीटर में एमडी क्या होता है

What is MD in electricity meter hindi

What is MD in electricity meter hindi
What is MD in electricity meter hindi



          



बिजली मीटर में एमडी क्या होता है? ठीक है, देखिये क्या है की जब हम डिजिटल मीटर में या दोस्तों ऐनालॉग मीटर में नहीं होता है या केवल और केवल डिजिटल मीटर जो आजकल मीटर रहे हैं, उसी मीटर में एमडी होता है तो जब हम डिस्टर्ब मीटर में रीडिंग लेते हैं तो उसमें एक रीडिंग एम् डी होती है इस का फुल फॉर्म जो होता है वो मैक्सिमम डिमांड

होता है ठीक है, इसका मतलब होता है आपके घर, ऑफिस या फैक्टरी में लगे मीटर के द्वारा यह जांच करना मतलब मीटर के द्वारा यह जांच करना कि आपकी सबसे ज्यादा पावर की डिमांड कितनी है कि आपके घर में या आपके ऑफिस में या आपकी फैक्टरी में पावर की डिमांड मैक्सिमम कितनी है, ज्यादा से ज्यादा कितनी है? और उसी हिसाब से आप अपने बिल में लोड बढ़वा सकते हैं ठीक हैं या पावर ऑफ कंपनी, आपकी जो मीटर है उसका लोड बढ़ा देगी ठीक मान लीजिये आपके यहाँ पर एक किलोवॉट का आपके घर पर मीटर लगा हुआ है दो किलोवॉट का मीटर लगा हुआ है तो यही

home-electric-meter
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मैक्सिमम डिमान्ड ये बताता है कि मान लीजिये आपने एक किलोवॉट का आपने कह दिया की आपके घर में लोड नहीं है तो आपने एक किलोवॉट का आपने मीटर लगवा लिया तो पावर हाउस कंपनी को कैसे पता चल जाता है कि आपके घर में दो किलोमीटर या तीन किलोवॉट का लोड है तो इस article में हम पूरा मैटर समझेंगे यह समझते हैं कि बिजली मीटर में एमडी कैसे काम करता है या कैसे या या कैसे सेट होता है? ठीक है, इसके लिए हम एक उदाहरण से समझते हैं दोस्तों तो आपको  काफी हद तक समझ में जाएगा कि एम् डी होती क्या चीज़ है? तो उदाहरण में समझने के लिए देखिये मान लीजिए आपके पास तीन इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है तीन इलेक्ट्रॉनिक आइटम है आपके पास ठीक है, आपके घर पे या ऑफिस में या फैक्टरी में तीन इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है जिसमें से पहला वाला जो है वो एक हज़ार वाट का है, दूसरा बारह सौ वाट का है और तीसरा पंद्रह सौ वाट का है ठीक है, तो जब हम किसी महीने में इनमें से सिर्फ एक हज़ार वाट का इलेक्ट्रॉनिक उपकरण प्रयोग करते हैं मतलब आप केवल और केवल एक ही हज़ार वाट का ही उपकरण अगर आप प्रयोग करते हैं तो आपका एम डी जो होगा वह एक किलोवॉट होगा ठीक जो आपकी मीटर होगा उसमें जो एम् डी होगा वो बता देगा कि आपके घर का या ऑफिस का पूरा लोड एक किलोवॉट का है या एक हज़ार वाट का है ठीक है और अगर बारह सौ वॉट का जो आपका उपकरण है अगर आप उसे केवल प्रयोग करते हैं तो मीटर जो है वह जो ये हैं एम् डी थी या आपके ऑफिस की? जो मैक्सिमम डिमांड थी उसे बढ़ाकर के बारह सौ आठ या. वन पॉइंट टू किलोवॉट अपने आप कर देगा आप को कुछ करने की जरूरत नहीं है वो स्वतः बता देगा कि आपके घर का लोड कितना है ठीक है मतलब आपने पहले महीने में एक किलोवॉट का यूज़ किया तो वो एक किलोमीटर तो आएगा अगले महीने में आपने एक किलोवॉट करना यूज़ करके आपने केवल और केवल बारह सौ आठ वाला अगर आपने यूज़ किया तो वन पॉइंट टू किलोवॉट कर देगा आपकी जो मीटर की रीडिंग होगी मतलब मैक्सिमम डिमांड होगा और पंद्रह सौ आठ अगर आपने किसी महीने में प्रयोग किया मतलब एक हज़ार वाला छोड़ दिया और बारह सौ वाला आपने बंद कर दिया और केवल और केवल पंद्रह सौ आठ वाला अगर आपने प्रयोग किया तो जो आपका 

Maximum demand md
Maximum demand md 





 कैसे बिजली बिल की गणना के लिए सूत्र

बिजली का बिल गणित कैसे करें

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बिजली प्रीपेड मीटर क्या है और यह कैसे काम करता है

मीटर रीडिंग कैसे चेक करें

मैक्सिमम डिमांड होगा, मीटर में वह पढ़ करके वन. पॉइंट फाइव किलो वॉट हो जाएगा ठीक है, मीटर ऑटोमैटिकली उसे रीड कर लेगा ठीक है, लेकिन अगर आप तीनो आइटम मतलब तीनो जो इलेक्ट्रॉनिक उपकरण है उनका प्रयोग करते हैं एक साथ एक साथ अगर आप तीनो का उपयोग करते हैं मतलब हज़ार बारह सौ पंद्रह सौ आठ के तीनों उपकरण अगर आप एक साथ प्रयोग करते हैं तो आपकी पावर की जो रिक्वायरमेंट होगी वो अब बढ़ जाएगी पहले जब आपने हज़ार वाट वाला उपयोग किया था तो आपका जो डिमांड थी वह एक हज़ार एक किलोवॉट की थी जब आपने बारह सौ वाला यूज़ किया केवल बारह सौ का तो बारह सौ वन पॉइंट टू किलोवॉट हो गई आपने फिर पंद्रह सौ वाला किया तो वन पॉइंट फाइव  हो गयी ठीक है बाकी सारी आपने बंद कर दिए केवल और केवल पंद्रह सौ आठ वाला आपने यूज़ किया तो आपकी जो मैक्सिमम डिमांड थी वो बढ़करके वन पॉइंट फाइव किलो वॉट हो गयी लेकिन आपने किसी महीने में तीनों उपकरणों का उपयोग कर लिया ठीक है और वो भी एक साथ चला दिया आपने तो आपकी जो पावर रिक्वाइर्मन्ट होगी या एम डी होगी वो बढ़ जाएगी कितनी बढ़ जाएगी मतलब हज़ार बारह सौ आठ और पंद्रह सौ आठ ये तीनों जुड़ जाएंगे ये मीटर अपने आप स्वतः जोड़ लेगा ठीक है तो कुंडला के सैंतीस सौ वाट हो जाएगा मतलब थ्री पॉइंट सेवन किलोवॉट हो जाएगा तो आपका एम डी बढ़करके तीन दशमलव सात किलोवॉट हो जाएगा दोस्तों तो पर चला जाएगा अपने आप आपको कुछ करने की जरूरत नहीं है वो स्वतः रीड कर लेगा और इस तरह पावर कंपनी को आप के घर की पावर डिमांड क्या है यह उसे पता चल जाएगा जैसे ही वो मीटर की रीडिंग के लिए लेने के लिए आएँगे वह जैसे ही एमडी को चेक करेंगे उनको पता चल जाएगा कि आपके घर में इस वक्त कितने उपकरण आपने इस महीने में चलाएं है मैक्सिमम आपके घर का लोड कितना गया था? ठीक है तो जब उनको पता चल जाएगा कि आपके घर की जो पावर डिमांड है वो कितनी है? यहाँ छुपा नहीं पाएंगे  आप ठीक है अगर आप एक नंबर से भी मीटर चला रहे हैं तो इस चीज़ को आप छुपा नहीं पाएंगे तो क्या होगा कि वो अब पता चल जाएगा? और फिर इसी तरह मतलब इस तरह से जो आपका बिजली का बिल है वह मेंटेन कर दिया जाएगा मतलब पहले जब आपका मीटर का जो मैक्सिमम डिमांड थी वो एक किलोवॉट थी तो आपका जो मीटर की जो बिल आता था वो एक किलोवॉट किसान सारा आता था जब आपका मीटर का जो रीडिंग मैक्सिमम डिमांड थी, मैं खंड की जो रीडिंग थी वो वन. पॉइंट टू किलोवॉट की हो गई तो वन पॉइंट टू किलोवॉट के अनुसार आया तो वो भी लगभग एक किलोवॉट के अनुसार ही आया लेकिन जब आपने डेढ़ का डेढ़ किलो वाट वाला अपने लोड चलाया तो वह डेढ़ किलो वॉट मतलब दो किलोवॉट के अंदर ही गया तो उसको एक किलोवॉट का ही आपका चला लेकिन आपने किसी महीने में जब ये तीनों चीजें चला दी तो आपका तीन सात किलोवॉट का हो गया ठीक तो अब पावर हाउस को ये पता चलेगा कि चल गया कि आपके घर में तीन दशमलव सात किलोवॉट का बिजली यूज़ होती है तो वह आपके घर का जो मीटर होगा उसको उसकी जो रीडिंग होगी या उसका जो जिसे कहते नहीं है एक किलोवॉट का मीटर दो किलोवॉट का मीटर तो उसे बढ़ा करके वो निश्चित बात है वो तीन किलोवॉट  का मीटर वो कर देगा ठीक है आप कितना भी कहेंगे वो नहीं मानेगा वो तीन तीन किलोवॉट का मीटर हो कर देगा आपका और तीन किलोवॉट के अनुसार ही आपकी बिजली का बिल मेनटेन होगा उसी तरह आपका रेंटल आएगा, उसी तरह आपका बिल आएगा आप एक चीज़ और समझ लीजिए की जब वह किसी को पता चल जायेगा वो आपका एम डी के अनुसार वो आपके जो बिजली का मीटर है उसको बढ़ा देगा तो इस जोया एम् डी होता है इससे आप छह महीने में एक बार छह महीने में एक बार एम् डी को आप रिसेट करवा सकते हैं हर महीने आप नहीं करवा सकते केवल छह महीने में एक बार आप इसको रिसेट करवा सकते है, उसके अंदर नहीं करवा सकते है आप बारह महीने पे मतलब छे महीने कम से कम होना चाहिए इसके पहले आप नई रिसेट करवा सकते है मतलब एक बार अगर आपने अपनी डिमांड बढ़ा ली तो आपको छह महीने तक उसी डिमांड पर आपका बिजली का मीटर हो जाएगा और उसी के अनुसार आपके बिजली का बिल लगातार आता रहेगा ठीक है और आपका उसके बाद आप भले ही घटा लीजिये, आप फिर आप यूज़ करेंगे तो भी कोई दिक्कत नहीं होगी बारह सौ वाट यूज़ करेंगे हज़ार बट या नहीं भी यूज़ करेंगे तो भी आपका जो बिजली का बिल है वह तीन किलोवॉट या मतलब सैंतीस सौ आठ है की

तीन दशमलव सात किलो वाट है अब वो कितने करते हैं चार किलो वाट करते हैं तो चार किलो वाट के अनुसार आपका लगातार बिजली का बिल आएगा या मान लीजिये उन्होंने तीन किलोवॉट के अनुसार सेट कर दिया तो तीन किलोमीटर के अनुसार आपका बिजली का बिल आएगा मतलब कोई मिला करके ये हुआ कि अगर आपने एक बार अगर आपने अपने एमडी को बढ़ा लिया तो वह छह महीने तक उसी एम् डी के अनुसार आपका बिजली का बिल आएगा क्योंकि ये जो इलेक्ट्रॉनिक मीटर है तो उसको बहुत ज्यादा है और उनको इतना ऐडवान्स इसिलए बनाया गया है कि पावर कंपनी को कोई नुकसान ना हो बिजली से संबंधित तो मुझे उम्मीद है कि आपको एम् डी क्या होता है या आपके समझ में गया होगा




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