कैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों चेक कैसे करें
How to check electronic devices
मीटर प्रयोग के समय ध्यान रखने योग्य सावधानियां
मल्टीमीटर का प्रयोग करते समय कुछ सावधानियां
रखनी आवश्यक
हो जाती है, अन्यथा मीटर खराबहोने
की सम्भावना से तो इन्कार किया ही
नहीं जा सकता
साथ ही साथ मीटर से चैक किए जाने वाले सर्किट पर
भी गलत प्रभाव पड़
सकता है इसके लिए
निम्नलिखित बातों के लिए सावधानियां बरतें
1)सभी प्रकार की जांच के लिये
मीटर में निगेटिव प्रॉब
कॉमन रहता है, जिसके लिए
काले रंग की प्रॉब को
प्रयोग करते हैं और शेष सभी पोजिटिव के लिये लाल
रंग की
प्रॉब्द का प्रयोग करते हैं
2)मीटर से क्या चैक करना है, उसी के
अनुसार रेंज का
चयन करें यदि ए सी वोल्ट नापनी है तो मीटर एसी
पर ही चयन करें यदि यह अनुमान नहीं
है कि सर्किट में कितनी वोल्ट
मिलेंगी तो सबसे पहले
अधिक वोल्ट वाली रेंज का चुनाव करें यदि अधिक
रेंज पर
मीटर वोल्टेज नहीं दर्शाता है तो उससे नीचे
की रेंज का चयन
करें इस प्रकार रेंज का चयन करने
से मीटर की सुरक्षा खतरे में नही पड़ेगी
3कोई भी जाँच करते समय मीटर के स्केल डायल पर
यह अवश्य देखें
कि स्केल डायल के दोनों तरफ पड़े
शून्य से बाहर सुईं तो नहीं जा रही है यदि सुईं
बाहर
जा रही है तो मीटर द्वारा ली गई माप गलत हो
सकती है 10KΩ और 1MΩ की रेंज पर किसी भी
कम्पोनेन्ट की रैजिस्टेन्स नापने से
पहले Ωएडजस्ट
वाली नॉब अवश्य सैट कर लेनी चाहिए Ω एडजस्ट
करने के लिये निगेटिव व पोजिटिव प्राड़ को आपस में
शार्ट करके Ω एडजस्ट वाली नॉब घुमानी चाहिये जब
मीटर 0Ω दर्शाने लगे नॉब वहीं सैट कर दें
100KΩ और 1MΩ की रेन्ज में मीटर के स्केल पर प्रति
छोटे खाने का मान निम्न सारणी के अनुसार होता है
10 किलो
ओह्य
की
रेन्ज
1 मेगा ओहा की रेन्ज स्केल
क्र.स. स्केल प्रति खाने स्केल प्रति खाने
का
मान
का
मान
1. 0 से 70 ओह्य
तक 2 ओह्मस
0 से 70 ओह्य तक 200ओह्मस
2. 70 से 100 ओह्य तक 5 ओह्मस
7 से 10 किलो ओहा तक 500 ओहा
3. 100 से 200 ओह तक 10 ओहास 10 से 20 किलो ओह तक 1 किलोओहा
4. 200 से 400 ओह
तक
20 ओह्मस 20 से 40 किलो ओह तक 2 किलोओहा
5. 400 से 500 ओहा
तक 50ओझस
40
से 50 किलो
ओह
तक 5 किलोओहा
6. 500 से 1 किलो ओह्य तक 100 ओहास 50 से 100 किलो ओह तक 10 किलोओह्य
7. 1 से 5 किलो
ओहा
तक 1 किलोओहा
100
से 500 किलो
ओहा
तक
100किलोओहा
8. 5 से 10किलो ओह तक 5किलोओह 500किलोओझ से 1 मेगाओ 500किलोओहा
रैजिस्टेन्स
चैक करना
रैजिस्टेन्स
प्रायः ओपन हो जाती है या उसका मान
परिवर्तित हो जाता है रैजिस्टेन्स किसी भी
प्रकार की
हो,
चाहे वह कार्बन
रैजिस्टेन्स हो या वायर वाउण्ड,
मीटर से जांच करने की विधि एक समान है 10KΩ
की रेंज पर 1KΩ की मान तक की रेजिस्टेन्स बिल्कल
सही नापी जा
सकती है और 1MΩ
की रेंज पर 1KΩ
500KΩमान तक की रैजिस्टेन्स बिल्कल सही मापी जा
सकती है रैजिस्टेन्स नापने के लिये रैजिस्टेन्स के
दोनों सिरों पर मीटर की प्राइ
रखकर डायल पर
रजिस्टन्स पढ़े यदि मीटर की सुईं बिल्कुल नहीं
चलती है तो
रैजिस्टेन्स ओपन है,
लेकिन यह ध्यान
रखें कि
500 KΩ से अधिक मान की रैजिस्टेन्स
SanwaP3 मॉडल से ओपन के लिए सही चैक नहीं की
जा सकती Sanwa के अन्य मॉडलों में 10MΩ तक की
रैजिस्टेन्स चैक करने की सुविधा होती
है यदि मीटर
रैजिस्टेन्स पर अंकित मान से बहत कम या अधिक
मान दर्शाये तो भी
रैजिस्टेन्स खराब समझें सर्किट मे
लगी जिस्टेन्स नापते समय हमेशा रैजिस्टेन्स का
एक
सिरा सर्किट से बाहर निकाल लें या उस पर लगा हुआ
तार हटाकर ही रैजिस्टेन्स चैक
करें उदाहरण के लिए
आपने कोई रेजिस्टेन्स मीटर से चैक करते हैं यदि
आपने 1MΩ का चुनाव कर रखा है और मीटर की सुईं
10 पर आकर रुक जाती है तो इसका अर्थ है कि वह
रैजिस्टेन्स 10KΩ कि होती
वाल्यूम कन्ट्रोल चैक करना
वाल्यूम कन्ट्रोल, टोन कन्ट्रोल या प्रीसैट में तीन सिरे
होते
हैं जिनमें उनका पहला और तीसरा छोर उसका
मान बताता है वाल्यूम के बीच वाले सिरे
से साइड
वाले दोनों सिरों पर बारी-बारी से रैजिस्टेन्स नापें और
रैजिस्टेन्स नापते
समय वाल्यूम का स्पिण्डिल घुमायें
यदि मीटर 0Ω से लेकर वाल्यूम पर अंकित मान तक
रैजिस्टेन्स दर्शाता है तो वाल्यूम सही
है
यदि
वाल्यूम का मान 10KΩ
है तो वाल्यूम से पहले
और तीसरे सिरे के बीच मीटर 10KΩ रैजिस्टेन्स
दर्शायेगा और मीटर की एक प्रॉब वाल्यूम के बीच वाले
सिरेपर
रखने पर तथा मीटर की दूसरी प्रॉब वाल्यूम के
शेष दोनों सिरों पर रखने पर और स्पिण्डिल घुमाने
पर मीटर 0Ω से 10KΩ
तक मान दर्शायेगा इसी
प्रकार
अन्य मान के वाल्यूम को भी मीटर द्वारा चैक किया
जा सकता है
ऑन-ऑफ स्विच चैक करना
मीटर को 10KΩ की रेंज पर रखकर उसकी दोनों प्रॉबस
उसके दोनों सिरों पर रखकर कन्टिन्यूटी
नापें यह
ध्यान रहे कि इस समय स्विच ऑन स्थिति में रहे
भी यदि मीटर की सुईं
चलती है तो स्विच सही हैं यदि
मीटर की सुईं नहीं चलती है तो
स्विच ओपन है यदि
स्विच को ऑफ करने पर मीटर 0Ω दर्शाता है,
तो
ऑन-ऑफ स्विच शार्ट
है
नोट-यह जांच SPST ऑन-ऑफ स्विच
के लिये हैं, क्योकि उसमें
केवल दो छोर ही होते हैं यदि ऑन-ऑफ स्विच DPDT है. तो इस टैस्टिंग को दो बार करें
इलैक्ट्रोलाइटिक कन्डेन्सर की जांच करना
इलैक्ट्रोलाइटिक कन्डेन्सर की जांच करने के लिए
मीटर
को 1MΩ
की रेंज पर रखें इलैक्ट्रोलाइटिक कन्डेन्सर
की जांच के लिए किक टैस्ट किया जाता है किक
टैस्ट में
मीटर की सुईं लो रैजिस्टेन्स की तरफ चलकर
तुरन्त वापस आती है इलैक्ट्रोलाइटिक
कन्डेन्सर जांच
करते समय इसके दोनों सिरों पर मीटर की प्रॉब रखें
यदि मीटर की
सुईं आगे जाकर तुरन्त ही धीरे-धीरे
वापिस आ जाती है और अधिक रैजिस्टेन्स 50KΩ से
500KΩ तक दर्शाती है तो कन्डेन्सर सही है इस जांच
को मीटर की प्रॉब' आपस में पलट कर एक बार ओर
चैक करें यदि मीटर
की सुई आगे चलकर वापस नहीं
आती है तो कन्डेन्सर शार्ट समझना चाहिये और यदि
मीटर की
सुईं चलती ही नहीं है तो कन्डेन्सर ओपन
है यदि सुईं आगे जाकर वापस आने पर कम
रैजिस्टेन्स (50KΩ
से भी कम) दर्शाती है, तो कन्डेन्सर
लीकी है कन्डेन्सर को प्रत्येक बार चैक करने से
पहले उसके दोनों
सिरों को आपस में शार्ट करके
डिस्चार्ज अवश्य
कर देना चाहिये अन्यथा कडेन्सर की
जांच सही प्रकार से नहीं होगी यदि कन्डेन्सर
कम
मान का 1MED,
10MFD है तो मीटर की सुईं कम
चलेगी और तुरन्त वापस जायेगी, परन्तु यदि कन्डेन्सर
अधिक मान का है (470MFD, 1000MFD इत्यादि), तो
मीटर की सुईं अधिक चलकर धीरे-धीरे वापस आयेगी
कम रैजिस्टेन्स दिखाने पर
सुईं 0Ω से पहले रुक जाती
है, 0Ω तक नहीं जायेगी
माइका, सिरेमिक और पेपर कन्डेन्सर की जांच करना
मीटर की 1MΩ की रेंज पर रखकर मीटर की प्रॉबस
कन्डेन्सर के दोनों सिरों पर रखें यदि
सुईं नहीं
हिलती है तो कन्डेन्सर ठीक है (इस स्थिति में
कन्डेन्सर ओपन भी हो सकता है) कन्डेन्सर ओपन
होने की
स्थिति में भी मीटर की सुईं नहीं हिलती यदि
मीटर की सुईं चलती है तो कन्डेन्सर
शार्ट है अतः
मीटर से अनेक बार इनकी जांच सही प्रकार से नहीं हो
पाती इनके खराब
होने का पता लगाने के निये
कपडेन्सर को बदल कर देखा जाता है
क्वाइल और ट्रांसफार्मर चैक करना
प्रत्येक क्वाइल के दोनों सिरों पर मीटर की
प्रॉब रखकर
रैजिस्टेन्स नापें यदि मीटर कम रैजिस्टेन्स दर्शाता है
तो क्वाइल सही
है यदि मीटर की सुईं नहीं चलती है
अर्थात अधिक रैजिस्टेन्स दर्शाता है तो क्वाइल
ओपन
है यदि मीटर किसी भी स्थिति में 0Ω दर्शाता है तो
क्वाइल शॉर्ट है इसी प्रकार ट्रांसफार्मर की प्राइमरी और
सैकेण्डरी क्वाइलें अलग-अलग चैक करें
ड्राइवर ट्रांसफार्मर चैक करना (ट्रांजिस्टर का)
माटर का 10KΩ की रेंज पर रखकर डाइवर टांसफार्मर
की प्राइमरी के दोनों सिरा पर
कमरेजिस्टेन्स देखें
प्राइमरी के दोनों सिरों पर रैजिस्टेन्स चैक करने के
बाद
सैकेण्डरी के दोनों सिरों पर कम रैजिस्टेन्स देखें
यदि सैकेण्डरी में चार तार
हैं तो उसकी दोनों क्वाइलों
को अलग-अलग चैक करें, जिनमें सिरे 1-2ओर 3-4
आपस यदि मीटर कम रैजिस्टेन्स दर्शाता है तो
सैकेण्डरी क्वाइलें सही
है
यदि मीटर कम रैजिस्टेन्स दर्शाते समय "0"Ω दर्शाता है
तो क्वाइल शाट टांसफार्मर चैक करते
समय मीटर
की एक प्रॉब प्राइमरी के सिरे पर, माटर का पूसा प्रॉब
सैकेण्डरी के एक सिरे पर रखकर रैजिस्टेन्स नापें
यदि
मीटर की सुई हिलती है तो प्राइमरी और सैकेण्डरी
की क्वाइलें आपस में शार्ट हैं तत्पश्चात् मीटर की
एक प्रॉब प्राइमरी के एक सिरे पर और मीटर की दूसरी
प्राड़
ट्रांसफार्मर की बॉडी या कोर पर लगाने पर यदि
मीटर सुईं हिलती है तो ट्रांसफार्मर
को प्राइमरी क्वाइल,
बॉडी
या कोर से शार्ट के लिए चैक करें
I.F.T. चैक करना
I.F.T
के दोनों सिरों पर
कन्टिन्यूटी नापें यदि मीटर
रैजिस्टेन्स दर्शाता है, तो __ सैकेण्डरी सही है यदि
I.F.T. 106 नं. (27000PF)
की है तो उसकी प्राइमरी
के दोनों
सिरों
पर कन्टिन्यूटी नापें यदि सुईं चलती है तो I.
F.T. की प्राइमरी सही है
यदि I. F.T. 104 नं. (200PF कन्डेन्सर I.F.T.के अन्दर
ही लगा होना) की है तो उसकी प्राइमरी
के तीनों सिरों
पर आपस में कन्टिन्यूटी नापें यदि मीटर कम
रैजिस्टेन्स दर्शाता
है तो I.
F.T. की प्राइमरी सही है
मीटर
की एक प्रॉब प्राइमरी या सैकेण्डरी के एक सिरे
पर तथा दूसरी प्रॉब I. F.T. की केन पर रखने से यदि
मीटर की सईं चलती है तो
L.F.T. केन से शार्ट है
कभी-कभी I.E.T.सही होती है. परन्त उसके साथ लगा
200PF या 27000PF खराब होता है
मीटर का पोजिटिव डायोड के कैथोड (पोजिटिव) पर
रखें और मीटर का निगेटिव डायोड के एनोड (निगेटिव)
पर रखने पर मीटर कम रैजिस्टेन्स
दर्शाता है और
मीटर की प्रॉब पलटने पर अर्थात् मीटर की निगेटिव
डायोड के कैथोड पर
और मीटर की पोजिटिव डायोड के
एनोड पर रखने पर सुईं नहीं चलती है तो डायोड सही
है मीटर की निगेटिव डायोड के निगेटिव और मीटर
की पोजिटिव डायोड के पोजिटिव पर रखने से
यदि
मीटर की सुईं नहीं चलती है तो डायोड ओपन है यदि
प्रत्येक बार प्रॉब पलटने पर
मीटर कम रेजिस्टेन्स
दर्शाता है अर्थात सई चलती शार्ट है
सैल चैक करना
मीटर को 10v डी. सी. की रेंज पर रखकर सैल के
निगेटिव पर मीटर का निगेटिव और सैल के
पोजिटिव
पर मीटर का पोजिटिव रखें 1.5V के सैल को चैक
करते समय यदि मीटर डी. सी. दर्शाता है तो सैल की
वोल्टेज सही
है सैल की वोल्टेज नापने के अतिरिक्त
उसका करेन्ट भी मापा जाता है मीटर को 250mA की
रेंज पर रखें यदि मीटर की सुईं 250mA तक चली
जाती है तो सैल सही है यदि सैल की
वोल्टेज
लगभग सही है और उसमें करेन्ट आवश्यकता से कम
हो गया है तो सैल सही कार्य
नहीं करेगा प्रायः एक सैल में 300mA के लगभग
करेन्ट होता है
स्पीकर चैक करना
मीटर को 10KΩ की रेंज पर रखकर स्पीकर के दोनों
सिरों पर मीटर की
प्रॉबस रखें यदि स्पीकर से क्लिक
सुनाई दे और मीटर की सुईं चलकर कम रैजिस्टेन्स
दर्शाये तो स्पीकर सही है यदि मीटर की सुईं नहीं
चलती है तो स्पीकर ओपन है स्पीकर को मीटर से
चैक करने के अतिरिक्त वोल्टेज देकर भी
चैक कर
सकते हैं स्पीकर के दोनों सिरों पर सैल या
एलीमिनेटर में लगभग 1.5V डी. सी. देकर देखें यदि
स्पीकर से क्लिक सुनाई दे
तो स्पीकर सही है कभी-
कभी स्पीकर की क्वाइल सही होती है लेकिन उसकी
पेपर कोन का
फटा होने, चुम्बक के कमजोर होने तथा
स्पीकर की क्वाइल के
चारों ओर धूल या लोहे के
बारीक कण इकट्ठा हो जाने से भी स्पीकर सही कार्य
नहीं करता
मीटर द्वारा निगेटिव वोल्टेज नापना
मीटर द्वारा निगेटिव वोल्टेज नापने के लिए
उसकी
लाल वाली प्रॉब अर्थ पर रखें और कॉमन प्रॉब अर्थात
काले रंग वाली प्रॉब से
वोल्टेज चैक करें इस प्रकार
डायल
पर पढ़ी जाने वाली वोल्टेज निगेटिव वोल्टेज
होगी आपने कभी-कभी सर्किटों में -1.1V इस प्रकार
वोल्टेज लिखी देखी होगी इसका अर्थ
है कि यह
निगेटिव 1.1V
- है जिसे यदि मीटर से
चैक करते हैं तो
आप देखेंगे कि मीटर की सुईं विपरीत दिशा में जा रही है
(TRIAC)ट्रायक चैक करना

how-to-check-triac-with-multimeter

ट्रायक
में तीन सिरे MT1,
MT2 और Gate होते हैं,
जिन पर क्रमवार मीटर की प्रॉबस् लगाने पर मीटर की
क्या स्थिति होगी यह
निम्न प्रकार दर्शाया गया है
(i)
MT1 और MT2 पर दोनों बार मीटर की प्रॉबस पलटने पर मीटर
अधिक रैजिस्टेन्स दर्शायेगा
(ii) MT1 और GATE
पर दोनों बार मीटर की
प्रॉबस् पलटने पर मीटर 40Ω
रैजिस्टेन्स दर्शायेगा
(iii)
MT2 और GATE पर दोनों बार मीटर की प्रॉबस पलटने पर मीटर
अधिक रैजिस्टेन्स दर्शायेगा
एस. सी. आर. चैक करना
एस. सी. आर. में तीन सिरे एनोड, कैथोड और गेट होते
हैं, मीटर को 10KΩ रेज पर रखकर निम्न प्रकार जाँच
करें
कैथोड पर लाल (पोजिटिव) प्रॉब रखें दोनों बार मीटर
की प्रॉबस
पलटने पर मीटर अधिक रैजिस्टेन्स दर्शायेगा
अर्थात मीटर की सुईं नहीं चलेगी
(2)
इसके बाद एनोड और गेट
को चिमटी से शॉर्ट
करने पर एनोड और कैथोड पर दोनों बार मीटर की
प्रॉबस् पलटने पर
मीटर 10Ω
से 75Ω तक रैजिस्टेन्स
दर्शायेगा
(3)
दोनों जाँच करने के बाद
कैथोड और गेट पर दोनों
बार मीटर की प्रॉबस् पलटने पर मीटर कम रैजिस्टेन्स
दर्शायेगा अर्थात मीटर की सुई चलेगी
इस प्रकार यह तीनों जाँच सही पाये जाने पर एस. सी. आर. सही होगा जाँच
नं 1 में मीटर की सुईं थोड़ी सी भी चलती है तो एस. सी. आर. लीकेज है जाँच
नं. 2 में मीटर की सुईं नहीं चलती है तो एस. सी. आर.
ओपिन है जाँच
नं. 3 में मीटर की सुईं नहीं चलती है तो एस. सी. आर. ओपिन है यदि तीनों जाँचों
में मीटर
कम
रैजिस्टेन्स दर्शाता है अर्थात प्रत्येक जाँच पर सुईं चलती है तो एस. सी. आर. शॉर्ट है
आई. सी. चैक करना

how-to-check-ic-with-multimeter

मीटर
द्वारा आई. सी. की सही जाँच करना कठिन है
क्योकि आई. सी. के अन्दर अनेक
कम्पोनेन्ट्स से
बना सर्किट होता है लेकिन नए आई. सी. से तुलना
करके जाँच की जा
सकती है जैसे आई. सी. की
इनपुट और अर्थ हाने वाली पिन के बीच का
रैजिस्टेन्स, आउटपुट और अर्थ होने वाली पिन का
रैजिस्टेन्स, पोजेटिव सप्लाई
और
निगेटि व सप्लाई वाली पिन के बीच का
रैजिस्टेन्स चैक करके आई. सी. के " बारे में लगभग
यह ज्ञात किया जा सकता है कि
आई. सी. अन्दर से
शॉर्ट या ओपिन - तो नहीं है कई बार इस प्रकार से
भी सही जाँच
नहीं पता लगाई जा सकती इसलिए
प्रायः सर्किट में वोल्टेज की स्थिति देखकर आई. सी.
का खराब होने का पता लगाया जाता है आई. सी.
टेस्टिंग उपकरण भी आते हैं जिनसे आई.
सी. का
नम्बर और आई. सी. सही या खराब होना पता लगाया
जा सकता है लेकिन इस प्रकार
के उपकरण अतयन्त
मंहगें होते है जोकि साधारण व्यक्ति की खरीदने की
क्षमता मे नही
होते
ट्रांजिस्टर चेक करना
ट्रांजिस्टर चैक करते समय निम्नलिखित चार्ट के
अनुसार मीटर
डायल पर सुईं की स्थिति देखें मीटर
किसी भी स्थिति में यदि 0Ω' दर्शाता है तो ट्रांजिस्टर
शार्ट है जिस स्थिति में मीटर
कम रैजिस्टेन्स दर्शाना
चाहिए. उस स्थिति में यदि मीटर की सुई नही चले या
अधिक
रैजिस्टेन्स दर्शाता है तो ट्रांजिस्टर ओपन समझे
NPN ट्रांजिस्टर का टेरिंटग
चार्ट
क्रम बेस कलेक्टर(C) एमीटर(E) मीटर की संख्या स्थिति रैजिस्टेन्स में
1. कालीप्राड लालप्राड ─ काम
2 कालीप्राड ─ लालप्राड काम
3 लालप्राड कालीप्राड अधिक
4 लालप्राड कालीप्राड ─ अधिक
5 ─ कालीप्राड लालप्राड अधिक
6 ─ कालीप्राड लालप्राड अधिक
PNP ट्रांजिस्टर में उपरोक्त
नं. 1 से 4 तक जांच
विपरीत मिलेगी यहाँ निगेटिव का तात्पर्य काली प्राड
से तथा पोजिटिव का तात्पर्य लाल प्राड़ से
है PNP में
उपरोक्त जांच नं. 5 व 6 भी NPN टैस्टिंग चार्ट के
अनुसार होगी NPN में जहाँ मीटर कम
रैजिस्टेन्स
दर्शायेगा PNP
ट्रांजिस्टर
की जाँच में वहां मीटर अधिक
रैजिस्टेन्स दर्शायेगा कम रैजिस्टेन्स से तात्पर्य यह है
कि मीटर
की सुईं चलेगी लेकिन 0Ω'
नहीं
दिखाएगी
अर्थात 1KΩ
से
कम लेकिन 0Ωसे अधिक रैजिस्टेंन्स
मिलेगी अधिक या हाई रेजिस्टेन्स
का अर्थ यहाँ सुईं
कम चलने से है
मॉसफेट कैसे चेक करें
मौसमी चेक करने के लिए
मल्टीमीटर जरूरत होती है
और मोसपेट n चैनले p चैनल यह कैसे चेक करें
सबसे पहले मॉसफेट में ड्रेन गेट सॉस यह तीनों
होते हैं
आपको मल्टीमीटर के 10kΩ ओम्स रखना है और उसके
काली probe मॉसफेट के ट्रेन के ऊपर रखनी
है
मल्टीमीटर की लाल probe मॉसफेट के सॉस रखनी है
और मल्टीमीटर में वैल्यू दिख
रही है तो इसका
मतलब है कि n चैनले मॉसफेट है
और अगर मल्टीमीटर की लाल probe मॉसफेट के ड्रेन
के ऊपर रखनी
है मल्टीमीटर की काली probeमॉसफेट
के सॉस रखनी है
और मल्टीमीटर में वैल्यू दिख
रही है तो इसका
मतलब है किpचैनले मॉसफेट है
और अगर लाल या काली probe मॉसफेट ड्रेन सॉस दोनों
तरफ से वैल्यू आ रही
है तब आपका मॉसफेट खराब
हो गया है
और अगर गेट से वैल्यू आ रही है
ट्रेन सॉस आते हैं तो
इसका मतलब है
आपका मॉसफेट खराब है गेट से कोई भी वैल्यू आना नहीं चाहिए
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