Audio Amplifier circuit diagram
ऑडियो एम्पलीफायर सर्किट डायग्राम
1. Audio Amplifier (USING IC TBA
810)
ऑडियो एंप्लिफायर (USING IC TBA
810)
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audio amplifier |
इस प्रोजेक्ट का प्रयोग आवाज को एम्प्लीफाई करने के
लिए किया जा सकता है। इस सस्ते और सरल प्रोजेक्ट .
को छोटे टेपरिकॉर्डर, Moblie रेडियो अथवा एफएम
रिसीवर के साथ प्रयोग किया जा सकता है।
यह सर्किट IC TBA
810 पर आधारित है। 12 पिनों की
इस IC के दोनों ओर धातु की पत्तियाँ निकली हई होती
हैं। ये इस IC की हीट सिंक है। पिन नं. 1 सप्लाई पिन
है। पिन नं.9 और पिन नं. 10 निगेटिव सप्लाई पिन है।
पिन नं. 8 सिग्नल इनपुट पिन है, जिसे वॉल्यूम कन्ट्रोल
और कैपेसिटर 0.1 से सिगनल दिया जाता है। यह
सिगनल कन्डेन्सर माइक या टेप-रेडियो की आउटपुट
से प्राप्त किया जा सकता है। पिन नं. 12 आउटपुट पिन
है, जहाँ से प्राप्त एम्प्लीफाइड सिगनल कैपेसिटर
1000MF, 25V से स्पीकर को दिया जाता है। इस
प्रकार आवाज एम्प्लीफाई होकर स्पीकर से प्राप्त होती
है। यह प्रोजेक्ट 67 से 18Vतक की सप्लाई पर कार्य
कर सकता है।
सेमीकन्डक्टर
(a) IC TRA 810
कैपेसिटर
(a) 1000ME, 25V
(c) 100MF, 16V.
(e) 5.6KPF रैजिस्टेन्स1
(b) 470MF 16V
(d) 0.1MF.
(a) 100E (भूरा--काला-भूरा-गाल्डन)
(c) 56E (हरा-नीला-काला- गाल्डन)
(e) वॉल्यूम कन्ट्रोल 1M 1
(b) 1E (भूरा-काला-- गोल्डन-- गोल्डन) 1
(d) 100k (भूरा-काला--पीला--गोल्डन). 1
अन्य
(b) +6V to 12V सप्लाई
(a) स्पीकर
(c) केबिनेट, PCB
2. Telephone Amplifier IC (BEL 1895)
टेलीफोन एम्पलीफायर
आईसी (बीईएल 1895)
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amplifier IC (BEL 1895) |
परिचय (Introduction)
वर्तमान समय इलैक्ट्रॉनिक्स तथा संचार साधनों की
क्रान्ति का युग है। इलैक्ट्रॉनिक्स तथा संचार के क्षेत्रों में
कितनी तेजी से प्रगति हुई है, यह किसी से छिपा नहीं •
है। शहरों, कस्बों में ही नहीं बल्कि दूर दराज के गाँवों
में भी संचार क्रान्ति के चलते टेलीफोनों का जाल-सा
फैल गया है। यहाँ टेलीफोन एम्प्लीफायर का जो परिपथ
(Circuit) दिया जा रहा है, उसे अगर टेलीफोन के
समानान्तर (Paraller) में लगा दिया जाये तो इससे
टेलीफोन की आवाज बहुत स्पष्ट सुनाई पड़ती है। कम
बहरे व्यक्ति भी इसके टेलीफोन सुन सकते हैं।
आवश्यक घटक
(Necessary Components) -
(1)
प्रतिरोध (Resistance)
R(120K)
R(470R)
R(1K)
R(10K) .
(2) संधारित्र
(Capacitor)
C(220mfd/16V)
:
C(100mfd/16V)
C(1mfd/161)
C(0.1PF/50V)
C (0.1PF/400V)
C(IOOPF)
(3) पूर्ण परिपथ
(Integrated Circuit) .
IC (BEL 1895)
(4) अन्य
(Others)
एक IC
Base (8 Pin)
PC.B.
एक लचीला तार (Flexible
Wire)
सोल्डर (Solder)
कैबिनेट (Cabinet)
स्पीकर (Speaker) (8ohm)
सैल (Battery) (1.5V)
तकनीकी विवरण एवं कार्य-प्रणाली (Technical
Description and
Working)
टेलीफोन एम्प्लीफायर (Telephone Amplifier) के
यहाँ प्रस्तुत परिपथ (Circuit) में एक पूर्ण परिपथ
(Integrated Circuit) अर्थात् IC(BEL 1895) को
उपयोग में लाया गया है। परिपथ में प्रयुक्त यह IC
(B1895) जहाँ 8 पिन की आई०सी० है, वहीं इसका
आकार भी छोटा है। इस आई०सी० की विशेषता यह है
कि इसमें (Audio Pre-amplifier) के साथ ही साथ
ऑडियो आउटपुट विभाग (Audio
output
Department) भी कार्य करता है। परिपथ में प्रयुक्त की
गई इस आई०सी० की आठ नम्बर वाली पिन को
धनात्मक (positive) आपूर्ति (Supply) प्रदान करते हैं।
इस आई०सी० की 6 तथा 7 नम्बर वाली पिनें अर्थ की
जाती हैं। आई०सी० को 4 नम्बर वाली पिन पर इनपुट
सिगनल (Input Signal) मिलता है। आई०सी० की दो
नम्बर वाली पिन पर IC(BEL 1895) से प्राप्त होने
वाली शक्तिशाली ध्वनि सिगनल (Amplified Audio
Signal) को परिपथ (Circuit) में लगे स्पीकर
(LS8ohm) को प्रदान किया जाता है जिससे वे सुनाई देते
हैं। आई०सी० की पाँच नम्बर वाली पिन पर अर्थ,
प्रतिरोध (Resistance) R2(407ohm) तथा संधारित्र
(Capacitor) C(1mid/16V) के मान Value) को
बदलने से इसके गेन (Gain) को कम ज्यादा कर सकते
हैं। टेलीफोन एम्प्लीफायर (Telephone Amplifier) के की
आपूर्ति
(Supply) पर कार्य करने में सक्षम है। यहाँ परिपथ
उपयाग में लाई गई IC(BEL
18951.37 से प्रस्तत परिपथ
3Vडी०सी० सप्लाई पर कार्य करने का 9V तक की दिष्ट धारा
(Direct
Current) अर्थात् डी०सी० है।
सावधानियाँ (Cautions)
1. परिपथ (Circuit) में लगने वाले सभी घटकों को सही
होने की भली-भाँति जाँच करने के बाद ही उपयोग में लाएं।
2. आवश्यक घटकों में प्रदर्शित मान Value के घटकों को ही परिपथ में लगाएं।
3. विश्वसनीय कम्पनियों के घटक ही प्रयोग करें।
4. सस्ते के चक्कर में डुप्लीकेट घटकों का उपयोग न करें, क्योंकि इससे प्रोजेक्ट खराब होने का खतरा रहता है।
5. IC Base का उपयोग अवश्य करें। इससे करन्ट लिकेज की स्थिति में आई०सी० के खराब होने का खतरा नहीं रहता।
6. इस परिपथ में 3V डी०सी० अर्थात् सैलों को ही उपयोग में लायें। एलीमीनेटर (Eliminator) को कभी भी प्रयोग में न लायें क्योंकि इससे एक तो Humming की आवाज आती रहती है। दूसरे अगर किसी कारणवश ट्रांसफॉर्मर शॉर्ट हो जाता है तो ऐसी अवस्था में टेलीफोन __ में सीधे 230V ए०सी० आ जाने का खतरा बना रहता है।
7. टोन (Tone) के ज्यादा ध्वनि Valume) पर न रखें क्योंकि इससे फीड बैक (Feed Back) के परिणाम स्वरूप एम्प्लीफायर में तेज सीटी की आवाज आती है।
8. सोल्डरिंग करते समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि सभी घटक सही तरह से लगे तथा EC.B. शॉर्ट __ न होने पाये।
3.Woofer/Tweeter Matcher
वूफर / ट्वीटर मैचर
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woofer tweeter matching |
स्पीकर सभी फ्रीक्वेन्सियों को वास्तविक रूप में प्रस्तुत
करने में पूर्णतः समर्थ नहीं होता । प्रायः लो फ्रीक्वेन्सी
स्पीकर द्वारा रिप्रोड्यूस करने में खत्म हो जाती है।
लेकिन यदि साउण्ड सिस्टम के साथ वूफर और ट्वीटर
का प्रयोग किया जाये और साथ-साथ इस सर्किट को भी
लगाया जाये तो एम्प्लीफायर की आउटपुट से प्राप्त
सिगनलों को आप बिल्कुल सही प्रकार से सुनने का
मजा प्राप्त कर सकते हैं। इस प्रकार आपको अब यह
महसूस नहीं होगा कि कहीं तबले की थपथपाहट
कमजोर है या घुघरू की झनझनाहट सही सुनाई नहीं दे
रही है। यदि एम्प्लीफायर द्वारा सीधे ही वूफर और ट्वीटर
को सिगनल भेज दिये जाये तो लो और हाई फ्रीक्वेन्सी
का वर्गीकरण सही अनुपात में न होने के कारण साउण्ड
सही प्राप्त नहीं होगी। इसलिये इस मैचर सर्किट का
प्रयोग साउण्ड सिस्टम की क्वालिटी का अनुपात सही
बनाए रखता है। - इस सर्किट को चलाने के लिए किसी
भी प्रकार की अतिरिक्त सप्लाई की जरूरत नहीं पड़ेगी
इसीलिए इसे आप स्पीकर इनक्लोजर में ही फिट कर
दें। टेपरिकार्डर, स्टीरियो या डैक इत्यादि के साथ प्रयोग
होने वाले स्पीकर बॉक्स में आ रहीं सर्किट से दोनों तारों
को वूफर से सीधा ही जोड़ दें और उनके पैरेलल में दो
तारें लेकर सर्किट से जोड़ें । जैसा कि सर्किट को देखने
के बाद पता लगता है कि साउण्ड सिगनल वूफर को तो
सीधे ही दे दिए गए हैं | वूफर प्राप्त साउण्ड सिगनलों में
से लो फ्रीक्वेन्सी चुन कर अलग कर लेता है और इसमें
हाई फ्रीक्वेनसी को प्रोड्यूस करने की क्षमता नहीं होती
जिसके कारण हम वास्तविक ध्वनि
का अहसास नहीं होने से साउण्ड सिस्टम सुनने का पूर्ण
आनन्द नहीं प्राप्त कर पाते । इस प्रकार यह कार्य ट्वीटर
करता है । हाई | फ्रीक्वेन्सी सिगनल R1 (470)
के प्रीसैट
द्वारा C1(10MF) और
C2 (10MF) के द्वारा ट्वीटर पर
पहुंचते हैं ! R1 को घुमाकर आवाज
की वास्तविकता में परिवर्तन किया जा सकता है। इस
प्रकार वूफर और ट्वीटर द्वारा लो और हाई फ्रीक्वेन्सी का
सही अनुपात में वर्गीकरण होने से साउण्ड का लेवल
सही प्रकार से बना रहता है।
कन्डेन्सर 10MF/25V, 2
प्रीसैट 470,2
डायोड 1N4148 ,2
4.दो स्पीकर का एम्पलीफायर
Amplifier with 2
Speaker
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इस एम्प्लीफायर का डिजाइन इस मान्यता पर आधारित
है कि ट्रांजिस्टर कलेक्टर का करेन्ट उसके एमीटर के
करेन्ट के लगभग बराबर होता है | अतः ट्रांजिस्टर दो
लाउडस्पीकरों को चला सकता है। सर्किट में ट्रांजिस्टर
T1 एक साधारण वोल्टेज एम्प्लीफायर है। इसका
एमीटरं फालोअर T2 है और मुख्य एम्प्लीफायर
ट्रांजिस्टर T3 है। निगेटिव फीडबक R1, R2, P1 सदा
जाती है। एम्प्लीफिकेशन का स्तर थोडा सा P1 द्वारा
बदला जा सकता है । इस डिजाइन की विशेषता यह है
कि ट्राजिस्टर T3 का आपरेटिंग डी. सी. ाजिस्टर के
बेस-एमीटर वोल्टेज से निश्चित होती है। यह वोल्टेज
लाउडस्पीकर LS1 के दोनों सिरे का पोटेन्शियल
लगभग बराबर होता है। इसलिये ट्रांजिस्टर T3 के
आपरेटिंग प्वाइन्ट पर स्वतन्त्र रूप से सप्लाई वोल्टेज
मिलती है। ट्राजिस्टर T3 के कलेक्टर सर्किट पर दूसरा
लाउडस्पीकर लगाकर इस एम्प्लीफायर की आउटपुट
दो गुनी के लगभग की जा सकती है । यह उटपुट पावर
2x 23mw है, जिसकी सप्लाई वोल्टेज 5V और 9V
सप्लाई पर 2x40mw है | बाद की स्थिति में डिस्टोर्शन
0.1% हो सकता है, क्योंकि फ्रीक्वेन्सी रेन्ज 15Hz से
200KHz तक बढ़ जाती है। कारण, फीड बैक लूप
रैफरेन्स, पोजिटिव सप्लाई लाइन है। अतः पावर सप्लाई
के साथ एक अधिक मान का C5 कन्डेन्सर लगाना
पड़ता है। करेन्ट खर्च T3 की सैटिंग पर और वोल्टेज
5V रखने पर 100mAऔर 9V पर 120mAहो सकता
है।
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audio-amplifier-circuit-diagram |
'प्रोजेक्ट बनाते समय ध्यान दें | - ट्रांजिस्टुर लगाते समय
उसके बेस, कलेक्टर और एमीटर सिरों का विशेष ध्यान
रखें। - सर्किट को सप्लाई देने से पूर्व यह जांच कर लें
कि सभी कम्पोनेन्ट्स सर्किट के अनुसार सही लगे हैं | -
रैजिस्टेन्स तथा अन्य कम्पोनेन्ट्स की सोल्डरिंग करने से
पूर्व उनके किनारे अवश्य साफ कर लें अन्यथा ड्राई
सोल्डरिंग रह जाने से प्रोजेक्ट सही कार्य नहीं करेगी। -
सभी कम्पोनेन्ट सर्किट में दर्शाई वैल्यू के ही प्रयोग करें।
पार्ट्स-लिस्ट
ट्रांजिस्टर BC557 2 ट्रांजिस्टर BC461 रैजिस्टेन्स:562,awe
रैजिस्टेन्स 12K,PAW रैजिस्टेन्स 47K,YAw.
प्रीसैट 22K कन्डेन्सर 41.7PF
कन्डेन्सर 10PF कन्डेन्सर 100OMF/1ov
कन्डेन्सर 220KPF (0.22MF)
अन्य-तार, स्पीकर आदि।
Multipurpose Mic Amplifier
मल्टीपरपज माइक एम्पलीफायर
इस
छोटे माइक
एम्प्लीफायर है
का प्रयोग
बर्थ-डे
व
अन्य
छोटी पार्टी
में गाना-गाने
तथा संचालन
करने में
किया
जा सकता
है। छोटे
से एरिया
में एड्रेस
सिस्टम के
तौर
पर भी
इसका प्रयोग
किया जा
सकता है।
यह
प्रोजेक्ट
बहुत धीमी
आवाज को
भी पकड़ने
में सक्षम
है।
यह
IC 741 पर आधारित
है। इस
IC का गेन
काफी
हाई
होता है।
माइक्रोफोन, ध्वनि
तरंगों को
विद्युत
तरंगों
में बदलता
है। कन्डेन्सर
माइक्रोफोनं. को
रैजिस्टेन्स
4K7 से पोजिटिव
सप्लाई दी
गई है।
कन्डेन्सर
माइक्रोफोन से
मिलने वाले
सिगनल रैजिस्टेन्स
3K3
और कैपेसिटर
0.04MF से IC 741 की
नॉन-
इन्वर्टिंग
इनपुट पिन,
पिन नं.
2 आता है।
इसकी
इन्वर्टिंग
इनपुट पिन,
पिन नं.
3 पर 10K की
दो
रैजिस्टेन्सों
से स्थिर
वोल्टेज दिये
गये हैं।
1C 741 . की
पिन
नं. 6 आउटपुट
पिन है।
इस IC का
गेन आउटपुट
पिन
और इनपुट
पिन के
बीच फीडबैक
पर निर्भर
करता
है। आवाज
को कन्ट्रोल
करने के
लिए 1M का
वॉल्यूम
कन्ट्रोल लगाया
गया है।
IC की पिन
नं. 6 से
मिलने
वाले ।
सिगलन को
दो ट्रान्जिस्टरों
से बना
एक
सर्किट
एम्प्लीफाई करता
है। इस
सिगनल को
कैपेसिटर
470MF,
25V से.
सीकर
को दिया
जाता है।
स्पीकर से
आवाज प्राप्त
की
जाती
है। यह
प्रोजेक्ट 9VDC सप्लाई
पर कार्य
करता है
.(i) • IC 741
(ii) TR. BC 148...
.(ii) 0.04MF
सेमीकन्डक्टर 1 (iii) TR. BC 158. कैपेसिटर
(i) 470MF, 25V
रैजिस्टेन्स
(i) 3.3K (नारंगी-नारंगी-लाल-गोल्डन)
(iii) 10K (भूरा-काला-नारंगी-गोल्डन)
(i) कन्डेन्सर माइक्रोफोन (iii) IC (8 पिन)
(ii) 4.7K (पीला-बैंगनी-लाल-गोल्डन)
(ii) स्पीकर
Light Sound Show
लाइट साउंड शो
अभी तक आपने किसी सुमधुर ध्वनि उत्पन्न करने वाले
विभिन्न प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक -Mouth
Argon अथवा हारमोनियम बहुत देखे होगें परंतु प्रस्तुत
है एक ऐसा अति सरल एवं सस्ता प्रोजेक्ट, जो विभिन्न
प्रकार की आवाजें एक Mouth-Argon के समान तो
उत्पन्न करता ही है, साथ-ही-साथ ध्वनि की तीव्रता के
अनुरूप रोमांचकारी प्रकाश उत्पन्न करता है।
प्रस्तुत प्रोजेक्ट की कार्यप्रणाली द्वारा LED की सहायता
से Dancing Light के अतिरिक्त ऑर्गन की
कार्यप्रणाली
आवाज़ के समान सुमधुर ध्वनियाँ सुनाई देती हैं। इस
प्रोजेक्ट की कार्यप्रणाली इसमें लगे IC555 पर आधारित
है। इस प्रोजेक्ट में IC को Astable
Multivibrator के
रूप में प्रयोग किया गया है। Astable Mode में होने
के कारण इसके Threshold पिन नं. 6 तथा Trigger
पिन नं. 2 आपस में जुड़े होते है। इन दोनों पिनों के
जंक्शन से एक प्रॉब जुड़ा रहता है। इसके डिस्चार्ज पिन
नं. 7 से विभिन्न मान के लगभग दस रजिस्टेन्स जुड़े है।
एवं इसका पिन नं. 7 +ve सप्लाई से 10K की
रजिस्टेन्स द्वारा जुड़ा होता है। सामान्य अवस्था में IC का
Threshold पिन नं. 6 तथा डिस्चार्ज पिन नं. 7 के बीच
कोई सम्पर्क न होने के कारण इसकी कार्यप्रणाली बन्द
अवस्था में रहती है परंतु जैसे ही IC का पिन नं. 64 तथा
2 से लगे प्रॉब को डिस्चार्ज पिन नं. 7 पर लगे रजिस्टेन्स
के दूसरे सिरे पर टच करते हैं तो IC Trigger कर जाता
है। फलस्वरूप प्रोजेक्ट की कार्यप्रणाली क्रियाशील हो
उठती है तथा इसके आउटपुट पिन नं. 3 से रजिस्टेन्स
के मान के अनुसार विभिन्न प्रकार के Information
प्राप्त होते हैं। इसके आउटपुट पिन
![]() |
audio-amplifier-circuit |
नं. 3 से एक PNP ट्रांजिस्टर BC148 तथा Bi-
Coloured LED एवं स्पीकर लगा होता है, अलग-
अलग प्राप्त Information
के अनुसार स्पीकर द्वारा
विभिन्न प्रकार की सुमधुर ध्वनियाँ प्राप्त होती हैं और
साथ-ही-साथ LED द्वारा Dancing Light के रूप में
Visual
Indication भी प्राप्त होते हैं।
IC NE 555
Dual L.E.D
BC 158
Speakers
Resistance
820K, 470K 330K, 220K
150K, 100K 47K
39K, 27K10K2, 4K7,100R .
Capacitor 4.7 MFD4.7/16V
0.01
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