Electronics Detector
electronics detector |
उपयोगिता
इस
सर्किट का उपयोग आप अपने गोदाम, गैराज,
गेट, रसोई या ऑफिस आदि में सुरक्षा के लिए कर सकते
हैं। यदि कोई भी आवाज या कम्पन्न पैदा
होता है तो यह प्रोजेक्ट बीप की आवाज पैदा
करता है और सचेत कर देता है कि किसी
ने अवांछित घुसपैट या हलचल की है।
कार्यप्रणाली
इस सर्किट में एक कन्डेंसर माइक्रोफोन का
प्रयोग किया है। इस माइक्रोफोन के सामनेजब
कोई आवाज कम्पन्न या हलचल की साउण्ड
आती है तो माइक्रोफोन आने वाली साउण्ड को
electronics detector |
इलेक्ट्रिक सिगनल
में कन्वर्ट कर देता है। माइक्रोफोन को
पोजेटिव सप्लाई रजिस्टेन्स R6 के माध्यम
से दी जाती है। माइक्रोफोन की निगेटिव
माइक्रोफोन |
पिन को ग्रांउड से जोड़ा जाता है। जब
माइक्रोफोन को कोई साउण्ड प्राप्त होती है
तो वह इलेक्ट्रिक वेव में कन्वर्ट करके
रजिस्टेन्स R2 व केपेसिटर C2 के द्वारा
IC741 की पिन नं. 2 पर पहुँच जाती है।
चूंकि IC2 एक ऑपेरेशनल एम्पलीफायर IC
ic741 |
है अतः यह माइक्रोफोन से आने वाले
कमजोर सिगनल को एम्पलीफाई कर देती
है। इस प्रकार सिगनल एम्पलीफाई होकर
केपेसिटर C1 के द्वारा IC1 की नॉन-
इन्वर्टिंग इनपुट पिन नं. 3 को दिया जाता
है। रेफ्रेन्स वोल्टेज को वेरिएबल रजिस्टेन्स
VR1 1MO के द्वारा कंट्रोल करके IC1 की
इन्वर्टिंग इनपुट पिन नं. 2 को दिया जाता
है। IC1 की आउटपुट पिन नं. 6 का प्रयोग
डार्लिंगटन पेयर में लगे ट्रांजिस्टर्स Q1 व
Q2 को ट्रीगर करने के लिए किया जाता है
एक पीजो बजर को NPN ट्रांजिस्टर Q2 के
एमीटर से कनेक्ट किया गया है तथा इसकी
दूसरी पिन को ग्राउण्ड से कनेक्ट करके
निगेटिव दी गयी है। इस प्रकार बजर से
ध्वनि पैदा होने लगती है। VR2 के द्वारा
IC2 का गेन बढ़ाया जा सकता है। VR1 के
द्वारा IC1 की सेन्सटिविटी को कंट्रोल
कराया जाता है।
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