Tweeter Speaker Amplifier Hindi
ट्वीटर स्पीकर हिंदी
स्पीकर सभी फ्रीक्वेन्सियों को वास्तविक रूप में प्रस्तुत
करने में पूर्णतः समर्थ नहीं होता। प्रायः लो फ्रीक्वेन्सी
स्पीकर द्वारा रिप्रोड्यूस करने में खत्म हो जाती है।
लेकिन यदि साउण्ड सिस्टम के साथ वूफर और ट्वीटर
का प्रयोग किया जाये और साथ-साथ इस सर्किट को भी
लगाया जाये तो एम्प्लीफायर की आउटपुट से प्राप्त
सिगनलों को आप बिल्कुल सही प्रकार से सुनने का मजा
प्राप्त कर सकते हैं इस प्रकार आपको अब यह महसूस
नहीं होगा कि कहीं तबले की थपथपाहट कमजोर है या
घुघरू की झनझनाहट सही सुनाई नहीं दे रही है।
![]() |
amplifier diagram |
यदि
एम्प्लीफायर द्वारा सीधे ही वूफर और ट्वीटर को सिगनल
भेज दिये जायें तो लो और हाई फ्रीक्वेन्सी का वर्गीकरण
सही अनुपात में न होने के कारण साउण्ड सही प्राप्त
नहीं होगी। इसलिये इस मैचर सर्किट का प्रयोग साउण्ड
सिस्टम की क्वालिटी का अनुपात सही बनाए रखता है।
इस सर्किट को चलाने के लिए किसी भी प्रकार की
अतिरिक्त सप्लाई की जरूरत नहीं पड़ेगी इसीलिए इसे
आप स्पीकर, इनक्लोजर में ही फिट कर दें।
टेपरिकार्डर, स्टीरियो या डैक इत्यादि के साथ प्रयोहोने
वाले स्पीकर बॉक्स में आ रहीं सर्किट से दोनों तारों को
वूफर से सीधा ही जोड़ दें और उनके पैरेलल में दो तारें
लेकर सर्किट से जोड़ें। जैसा कि सर्किट को देखने के
बाद पता लगता है कि साउण्ड सिगनल वूफर को तो
सीधे ही दे दिए गए हैं। वूफर प्राप्त साउण्ड सिगनलों में
से लो फ्रीक्वेन्सी चुन कर अलग कर लेता है और इसमें
हाई फ्रीक्वेनसी को प्रोड्यूस करने की क्षमता नहीं होती
![]() |
tweeter amplifier board |
जिसके कारण हम वास्तविक ध्वनि का अहसास नहीं
होने से साउण्ड सिस्टम सुनने का पूर्ण आनन्द नहीं प्राप्त
कर पाते । इस प्रकार यह कार्य ट्वीटर करता है । हाई
फ्रीक्वेन्सी सिगनल R1 (472) के प्रीसैट द्वारा
C1(1OMF) और C2 (10MF) के द्वारा ट्वीटर पर
पहुंचते हैं | R1 को घुमाकर आवाज की वास्तविकता में
परिवर्तन किया जा सकता है। इस प्रकार वूफर और
ट्वीटर द्वारा लो और हाई फ्रीक्वेन्सी का सही अनुपात में
वर्गीकरण होने से साउण्ड का लेवल सही प्रकार से बना रहता है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
Please do not enter any spam link in the comment box.
कृपया टिप्पणी बॉक्स में किसी भी स्पैम लिंक में प्रवेश न करें।